झाबुआ से श्याम त्रिवेदी की रिपोर्ट
शा. कन्या महाविद्यालय में एक दिवसीय व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया।
वसुदेव कुटुंबकम का दर्शन है की हमें सभी मनुष्यों के साथ परिवार की तरह व्यवहार करना चाहिए - डॉ. सिन्हा
झाबुआ। शासकीय कन्या महाविद्यालय में मंगलवार 19 अगस्त को भारतीय ज्ञान परम्परा प्रकोष्ठ व विवेकानंद कैरियर गाइडेंस प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वाधान में वसुदेव कुटुंबकम की भारतीय अवधारणा विषय पर एक दिवसीय व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डां. जे. सी. सिन्हा ,प्राचार्य, प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस शहीद चंद्रशेखर आजाद शासकीय अग्रणी महाविद्यालय झाबुआ थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ अंजना सोलंकी ने की।
मुख्य अतिथि तथा महाविद्यालय परिवार ने मां सरस्वती के चित्र का पूजन व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
स्वागत भाषण देते हुए महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर अंजना सोलंकी ने कहा कि वसुदेव कुटुंबकम एक गहरी आध्यात्मिक और दार्शनिक अवधारणा है जो सभी मनुष्यों को एक साथ लाने और एक दूसरे के प्रति सहानुभूति और करुणा को बढ़ावा देने का आह्वान करती है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता डां. सिन्हा ने कहा कि वसुदेव कुटुंबकम यह वाक्यांश महा उपनिषद में से लिया गया है जिसका अर्थ है संपूर्ण पृथ्वी ही एक परिवार है।
उन्होंने कहा कि वसुदेव कुटुंबकम का दर्शन यह सिखाता है कि हमें सभी मनुष्यों के साथ एक परिवार की तरह व्यवहार करना चाहिए बिना किसी भेदभाव के अपने भगवत गीता व रामचरितमानस के आधार पर छोटे-छोटे उदाहरण देकर वसुदेव कुटुंबकम की अत्यंत विस्तृत व्याख्या की।
डॉ. सिन्हा ने पांच कर्मेंद्रियां के माध्यम से भारतीय ज्ञान परंपरा व संस्कृति की अवधारणा की भी विस्तृत व्याख्या की।
इस अवसर पर महाविद्यालय में भारतीय ज्ञान परंपरा से संबंधित निबंध पोस्ट एकल नृत्य गायन की प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया।
कार्यक्रम में डॉक्टर विद्या चौहान, डॉक्टर प्रिती समदरिया त्रिपाठी डॉक्टर रिद्धि महेश्वरी डॉक्टर सहित बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रही।
कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर लोकेंद्र सिंह झाला ने किया आभार विवेकानंद कैरियर गाइडेंस प्रकोष्ठ की प्रभारी
डॉक्टर सारिका डुडवे ने माना।
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