पिटोल से निर्भयसिंह ठाकुर की रिपोर्ट
सहयोग के जज्बे ने बचाई एक गरीब युवक की जान, किडनी की बीमारी से था परेशान।
सिंगल क्लिक में पहुंचा प्रधानमंत्री कार्यालय तक संदेश, दूसरे क्लिक में खाते में डल गया पैसा।
पिटोल। एक युवक की ओर भारत सरकार की संवेदनशीलता के क्षैत्र में ओर अधिक चर्चे इसलिये होने लगे जब 3 माह से किडनी की समस्या से जुझ रहे एक 35 वर्षीय गरीब आदिवासी परिवार के युवक को थांदला के समाज सेवी रोहित वैरागी के प्रयासों से प्रधानमंत्री सहायता कोष से त्वरीत लाभ मिला।
गुजरात के मूलजी भाई पटेल न्युरो सर्जिकल होस्पिटल नडीयाद में ईलाज हुआ । युवक का किडनी ट्रांसप्लांट सफलता से हुआ ओर अब वह स्वस्थ होकर स्वास्थ लाभ ले रहा है। युवक को उसकी मां द्वारा किडनी देना बताया जा रहा है।
दरअसल झाबुआ जिले की थांदला तहसील के चिकलीया गांव के रहने वाले अनिल पिता रायचंद खडीया के किडनी की समस्या के कारण 3 माह से चल रही जिंदगी की जद्दोजहद स्वजनों के लिये तनाव का कारण बनी हुई थी। पैसों की तंगी के कारण ईलाज नहीं करवा पाने की खबर थांदला के ही एक सामाजिक कार्यकर्ता व पुर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष रोहित वैरागी को मिली। वैरागी ने तत्काल सक्रियता दिखाते हुवे नडीयाद होस्पिटल प्रबंधन से संपर्क किया। चुंकि परिवार के पास किडनी डोनेटर तो था किंतु ट्रांसप्लांट के लिये आवश्यक धन राशि का प्रबंध नहीं था। सलाह मिली कि प्रधानमंत्री राहत कोष से सहयोग राशि मिल सकती है। बस क्षेत्रीय सांसद की अनुशंसा पत्र की जरुरत है।
सांसद ने दिखाई सह्रदयता।
यह मामला भाजपा अनुसूचित जनजाती मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कलसिंग भाबोर के संज्ञान में लाया गया। इनके माध्यम से सांसद अनिता नागरसिंग चौहान से चर्चा की गई जिसको उन्होने गंभीरता से लिया ओर अपनी सहदयता दिखाते हुवे तत्काल प्रधानमंत्री कार्यालय के लिये सहयोग हेतु पत्र श्री वैरागी को दिया। श्री वैरागी ने बताया कि उन्होने नेट से वह वेबसाईड खोजी जिस पर यह लेटर डाला जाना था।
मात्र 15 दिन में पहुंच गई खाते में राशि।
श्री रोहित वेरागी ने बताया कि 30 मार्च को उन्होने यह पत्र उस साईड पर अपलोड किया ओर 16 अप्रेल को प्रधानमंत्री सहायता कोष से 3 लाख रुपऐ खाते में आऐ बाकी आयुष्मान कार्ड योजना के पैसों से अनिल के किडनी ट्रांसप्लांट के खर्च का समायोजन हो गया।
मामले की जानकारी देते हुवे वैरागी ने कलसिंग भाबोर, सांसद अनिता चौहान व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मुक्त कंठ से सराहना करते हुवे कहा कि उनके एक प्रयास को भारत की संवेदनशील सरकार ने उस वक्त पंख लगा दिये जब जिंदगी ओर मौत के बीच झुल रहे इस गरीब आदिवासी परिवार के युवक को जीवन दान मिल गया।
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